Dr Shirish Valsangkar: महाराष्ट्र के फेमस न्यूरोसर्जन डॉ. शिरीष वलसांगकर ने शुक्रवार की रात सोलापुर स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
यह घटना सोलापुर के मोदी इलाके में स्थित उनके घर में घटित हुई, जहाँ डॉ. वलसांगकर ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मारी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना रात 8:30 बजे के आसपास हुई। डॉ. वलसांगकर को गंभीर चोटों के साथ तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव का सामना कर रहे थे, हालांकि आत्महत्या के वास्तविक कारण का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है।
Dr Shirish Valsangkar की मृत्यु से चिकित्सा क्षेत्र में शोक
डॉ. शिरीष वलसांगकर का निधन सोलापुर के चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक बड़ा सदमा है। वे सोलापुर के सबसे प्रतिष्ठित न्यूरोसर्जन थे और उन्होंने हजारों मरीजों का इलाज किया। वलसंगकर अस्पताल, जहां वे काम करते थे, में उनकी मौत की खबर फैलते ही मरीजों और उनके परिवारजनों के बीच शोक का माहौल बना। अस्पताल के बाहर भीड़ जमा हो गई थी।
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शिक्षा और करियर में उल्लेखनीय योगदान
Dr Shirish Valsangkar ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सोलापुर के डीबीएफ दयानंद कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस से प्राप्त की थी। इसके बाद, उन्होंने चिकित्सा शिक्षा डॉ. वीएम मेडिकल कॉलेज से पूरी की। वह शिवाजी यूनिवर्सिटी और रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन, लंदन से एमबीबीएस, एमडी और एमआरसीपी की डिग्री प्राप्त करने में सफल रहे। इसके अलावा, वे चार भाषाओं मराठी, कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी में संवाद कर सकते थे।
परिवार की स्थिति
डॉ. वलसांगकर के बेटे डॉ. अश्विन और बहू डॉ. सोनाली दोनों ही योग्य न्यूरोलॉजिस्ट हैं। डॉ. वलसांगकर का परिवार भी चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार डॉ. वलसांगकर ने ऐसा कदम क्यों उठाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और आगे की जांच जारी है।
डॉ. शिरीष वलसांगकर का आकस्मिक निधन महाराष्ट्र के चिकित्सा समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी विशेषज्ञता और मानवता को याद किया जाएगा, लेकिन इस दर्दनाक घटना के पीछे का कारण जानने के लिए अभी भी जांच चल रही है।
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