Robotic Surgery in Himachal: हिमाचल प्रदेश आज अपने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। राजधानी शिमला के समीप चामियाना स्थित अटल सुपर स्पेशलिटी मेडिकल इंस्टीट्यूट में प्रदेश की पहली रोबोटिक सर्जरी की जाएगी। यह ऐतिहासिक ऑपरेशन यूरोलॉजी विभाग द्वारा अत्याधुनिक ‘दा विंची XI’ रोबोटिक सिस्टम की मदद से किया जाएगा।
इस रोबोटिक तकनीक से होने वाली पहली सर्जरी (Robotic Surgery) प्रोस्टेट स्टोन (पथरी) की होगी, जिसमें प्रमुख रूप से डॉ. पंपोष रैना और डॉ. अनंत कुमार की टीम शामिल रहेगी। सोमवार शाम को इस उन्नत प्रक्रिया के लिए पहला मरीज संस्थान में भर्ती किया गया।
Robotic Surgery: पारंपरिक सर्जरी की तुलना में अत्याधुनिक तकनीक
डॉ. रैना ने बताया कि यह सिस्टम हमें कई हाथों की ताकत देता है हम अब ज्यादा सटीकता से सर्जरी (Robotic Surgery) कर सकते हैं, जिसमें जटिलताओं की संभावना कम होती है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक प्रोस्टेट सर्जरी में जहां एक लीटर तक खून की हानि होती है, वहीं रोबोटिक सर्जरी में यह केवल 50 मि.ली. तक सीमित रह जाती है।
Robotic Surgery: दा विंची रोबोटिक सिस्टम की विशेषताएं
- चार रोबोटिक आर्म्स वाला पेशेंट कार्ट – तीन में माइक्रो-सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स और एक में एंडोस्कोपिक कैमरा
- 10x ज़ूम क्षमता वाला 3D विजन कार्ट
- सर्जन कंसोल – जिसे जॉयस्टिक और पैडल से नियंत्रित किया जाता है
इस प्रणाली के माध्यम से ऑपरेशन का समय भी घटकर सिर्फ 3 घंटे हो जाता है, जबकि सामान्य सर्जरी में यह 8 घंटे तक का हो सकता है। मरीज की रिकवरी तेजी से होती है और अस्पताल में रुकने की अवधि भी कम हो जाती है।
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भविष्य में अन्य जटिल मामलों के लिए उपयोग
शुरुआत में यह तकनीक प्रोस्टेट और स्टोन सर्जरी (Robotic Surgery) के लिए प्रयोग की जा रही है, लेकिन भविष्य में इसे ट्यूमर, स्त्री रोग और अन्य जटिल यूरोलॉजिकल मामलों के इलाज में भी प्रयोग किया जाएगा।
सरकार के वादे की पूर्ति
कांग्रेस सरकार द्वारा किया गया वादा अब साकार हो रहा है। इस अत्याधुनिक रोबोटिक तकनीक को शुरू कर हिमाचल प्रदेश ने उन चुनिंदा राज्यों में जगह बना ली है, जहां सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में रोबोटिक तकनीक को शामिल किया गया है।
यह कदम प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को तकनीकी रूप से सक्षम और भविष्य के लिए तैयार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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