दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट (DSCI) को भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री-डिस्ट्रिक्ट डे केयर कैंसर सेंटर्स (PM-DCCC) के तहत एक नोडल ट्रेनिंग सेंटर के रूप में चुना गया है। इस योजना के अंतर्गत जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर्स (GDMOs) और नर्सिंग अधिकारियों के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है।
इस प्रशिक्षण के पहले बैच में चार मेडिकल ऑफिसर, चार नर्सिंग ऑफिसर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए हैं। ये प्रतिभागी निम्नलिखित अस्पतालों से चयनित किए गए हैं:
- राव तुला राम मेमोरियल हॉस्पिटल
- जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
- दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल
- मालवीय नगर अस्पताल
केमोथेरेपी की सुरक्षा और निगरानी पर फोकस
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है कि कैंसर देखभाल से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों को केमोथेरेपी दवाओं के सुरक्षित संचालन, रोगी की बारीकी से निगरानी और उपचार प्रबंधन की व्यावहारिक जानकारी दी जाए। कार्यक्रम को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के दिशा-निर्देशों के अनुसार डिज़ाइन किया गया है।
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कार्यक्रम की शुरुआत निदेशक कार्यालय से
प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत DSCI निदेशक कार्यालय के बोर्ड रूम में सुबह 10:30 बजे हुई। DSCI निदेशक डॉ दिवाकर ने इस अवसर पर कहा कि यह पहल जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमता को सशक्त बनाएगी और भारत के सुदूर क्षेत्रों में कैंसर के प्रभावी इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
क्या होगा इस ट्रेनिंग का दीर्घकालिक लाभ?
क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ प्रज्ञा शुक्ला ने बताया कि हमारा उद्देश्य देशभर में एक ऐसा प्रशिक्षित चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ का नेटवर्क तैयार करना है, जो जिला स्तर पर भी सुरक्षित व प्रभावशाली केमोथेरेपी सेवाएं उपलब्ध करा सके।
नियमित अंतराल पर होंगे प्रशिक्षण बैच
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी महीनों में विभिन्न बैचों में जारी रहेगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश के हर जिले तक कैंसर उपचार सेवाएं सामुदायिक स्तर पर पहुंचें।
राष्ट्रीय स्तर पर कैंसर देखभाल में बड़ा कदम
PM-DCCC पहल और DSCI के संयुक्त प्रयास से भारत में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से निपटने की रणनीति को नया बल मिलेगा। इस प्रशिक्षण से ना केवल स्वास्थ्यकर्मियों की दक्षता बढ़ेगी, बल्कि रोगियों को स्थानीय स्तर पर बेहतर उपचार सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
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