केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (AIIMS) की 8वीं केंद्रीय संस्थान निकाय (सीआईबी) बैठक का आयोजन किया गया।
इस उच्चस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत स्थापित नए AIIMS संस्थानों के अध्यक्षों एवं कार्यकारी निदेशकों के अलावा एम्स दिल्ली के संस्थान निकाय के सदस्यों ने भाग लिया।
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव (वर्चुअल माध्यम से), नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ. वी. के. पॉल, लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव, स्वास्थ्य अनुसंधान सचिव डॉ. राजीव बहल और आयुष सचिव डॉ. वैद्य राजेश कोटेचा की भी सहभागिता रही।
18 एम्स हो चुके हैं कार्यान्वित
बैठक में यह जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत स्वीकृत 22 एम्स में से 18 संस्थान अब तक कार्यान्वित हो चुके हैं। ये एम्स देश के वंचित, पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों में अत्याधुनिक एवं सुलभ तृतीयक देखभाल सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
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इंटर-AIIMS रेफरल पोर्टल का शुभारंभ
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री नड्डा ने इंटर-एम्स रेफरल पोर्टल का भी शुभारंभ किया। इस पोर्टल के माध्यम से एक एम्स से दूसरे एम्स में मरीजों को सुगमता से रेफर किया जा सकेगा, जिससे इलाज की गुणवत्ता और समयबद्धता में सुधार होगा।
मंत्री ने दिए एकजुटता और नवाचार पर जोर
नड्डा ने सभी एम्स संस्थानों को एक समुदाय की भावना से कार्य करने और श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों को साझा करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “प्रक्रियाओं और परिणामों में गुणवत्ता के उच्चतम मानकों को उचित मान्यता और प्रमाणन के माध्यम से सुनिश्चित किया जाना चाहिए।” उन्होंने बेहतर प्रशासन और रोगी सुविधा के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के प्रभावी उपयोग की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक संस्थान की विशिष्टता को बनाए रखते हुए संचालन में सरलता और कुशलता लाई जानी चाहिए, ताकि स्वास्थ्य सेवा का सर्वोत्तम लाभ जनसामान्य तक पहुंच सके।
यह बैठक भारत में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एम्स की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली तथा समन्वित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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