Jharkhand Medical College: झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और जनसुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
राज्य के छह जिलों—धनबाद, देवघर, खूंटी, गिरिडीह, जामताड़ा और पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर)—के जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेजों (Jharkhand Medical College) में अपग्रेड करने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। यह पहल पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड में की जाएगी, जिससे राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का व्यापक विस्तार संभव होगा।
इस प्रस्ताव (Jharkhand Medical College) को लेकर बुधवार को झारखंड के नगर विकास एवं आवास मंत्री तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस बैठक में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राजमहल से सांसद विजय कुमार हांसदा भी मौजूद रहे।
मंत्री सुदिव्य कुमार ने केंद्र सरकार से इन प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों को शीघ्र वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने और परियोजना को तेजी से शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और आम लोगों को लाभ मिलेगा।
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जेपी नड्डा का आश्वासन: केंद्र देगा हरसंभव सहयोग
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इस प्रस्ताव (Jharkhand Medical College) पर सकारात्मक रुख दिखाया और सैद्धांतिक मंजूरी देने के साथ हरसंभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया। उन्होंने कहा कि झारखंड के स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार पूर्ण सहयोग देगी।
मंत्री सुदिव्य कुमार ने बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा—
“मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार के सहयोग से झारखंड स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा और राज्य के नागरिकों को अपने ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।”
युवाओं को मिलेगा अवसर, मरीजों को मिलेगा लाभ
छह जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज (Jharkhand Medical College) में बदलने की इस योजना से जहां राज्य के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे, वहीं स्थानीय लोगों को अपने ही जिले में बेहतर इलाज की सुविधा भी मिलेगी।
सांसद विजय कुमार हांसदा ने कहा, “इन जिला अस्पतालों का मेडिकल कॉलेज में अपग्रेड होना राज्य की जनता के लिए बड़ी राहत है। इससे झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की बड़ी कमी को दूर किया जा सकेगा।”
क्यों है यह योजना खास?
- 6 प्रमुख जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से चिकित्सा शिक्षा को मिलेगा बड़ा बढ़ावा
- पीपीपी मॉडल के तहत निजी भागीदारी से सुविधाएं होंगी अत्याधुनिक
- तृतीयक स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होंगी, राज्य से बाहर रेफरल की आवश्यकता घटेगी
- स्थानीय स्तर पर डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी
- स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे
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