जम्मू-कश्मीर ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने नशे की लत लगाने वाली फार्मास्यूटिकल दवाओं की अवैध खरीद-बिक्री में लिप्त चार फार्मा कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी।
प्रवक्ता के अनुसार, स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर-कम-लाइसेंसिंग अथॉरिटी लोटिका खजूरिया के आदेश पर जिन फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें हेल्थवेज़ फार्मा (राजौरी), न्यूजीन फार्मास्युटिकल डिस्ट्रीब्यूटर्स, एन टी ट्रेडर्स (बारामुला), और एसेंस फार्मास्युटिकल डिस्ट्रीब्यूटर्स (श्रीनगर) शामिल हैं।
इन फर्मों के परिसरों पर की गई विस्तृत जांच के दौरान यह सामने आया कि ये संस्थान मुख्यतः टैपेंटाडोल और प्रेगाबालिन जैसी नशे की दवाओं की “गुपचुप तरीके से खरीद और बिक्री” में शामिल थे। ये दवाएं पड़ोसी राज्यों से आवश्यक नियामक प्रावधानों का पालन किए बिना मंगाई जा रही थीं, जैसे कि खरीद-बिक्री के उचित रिकॉर्ड न रखना।
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प्रवक्ता ने बताया कि यह कार्रवाई विभाग की सार्वजनिक स्वास्थ्य और दवा के दुरुपयोग को रोकने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “इन फर्मों के खिलाफ की गई कार्रवाई यह स्पष्ट करती है कि विभाग नशे के खिलाफ किसी भी स्तर पर सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है, खासकर युवा और संवेदनशील वर्ग को सुरक्षित रखने के लिए।”
ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशीली दवाओं की अवैध बिक्री या उनके दुरुपयोग की जानकारी विभाग की हेल्पलाइन पर तुरंत साझा करें। साथ ही चेतावनी दी गई है कि कानून की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सबसे कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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