Drug Quality: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को राजीव सभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि ड्रग्स और कॉस्मेटिक्स अधिनियम 1940 के तहत, ड्रग्स इंस्पेक्टर सप्लाई चेन से दवाओं के सैंपल रैंडमली जांचने के लिए एकत्र करते हैं ताकि गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।
इसके अलावा, केंद्रीय ड्रग्स टेस्टिंग लैबोरेटरीज द्वारा विभिन्न कंपनियों के दवाइयों की सूची, जो ‘नॉन स्टैंडर्ड क्वालिटी’, ‘स्पुरियस’, ‘मिसब्रांडेड’ या ‘एडल्टरटेड’ के रूप में घोषित की जाती हैं, को नियमित रूप से केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की वेबसाइट पर ‘ड्रग अलर्ट’ के तहत अपलोड किया जाता है।
सुगम लैब्स पोर्टल का शुभारंभ
सितंबर 2023 से एक ऑनलाइन पोर्टल ‘सुगम लैब्स’ का शुभारंभ किया गया है, जो CDSCO के ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरीज को एकीकृत करता है। यह मेडिकल प्रोडक्ट्स (दवाइयाँ, वैक्सीन्स, कॉस्मेटिक्स और मेडिकल डिवाइस) के परीक्षण के लिए वर्कफ्लो को स्वचालित करता है और परीक्षण की स्थिति का ट्रैकिंग करने में मदद करता है।
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निर्माताओं के लिए लाइसेंसिंग शर्तें
निर्माताओं को उक्त अधिनियम और नियमों के तहत लाइसेंस प्राप्त करने के बाद किसी भी दवा का निर्माण और बिक्री करना अनिवार्य है। यदि ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरीज द्वारा कोई ड्रग सैंपल ‘नॉन स्टैंडर्ड क्वालिटी’ घोषित किया जाता है, तो संबंधित निर्माताओं से तत्काल वह दवा बाजार से वापस मंगवाने और आगे वितरण रोकने की मांग की जाती है।
लाइसेंसिंग शर्तों के अनुसार दवाओं की वापसी
लाइसेंसिंग की एक शर्त यह है कि जब किसी बैच के किसी हिस्से को लाइसेंसिंग अथॉरिटी या नियंत्रक प्राधिकरण द्वारा मानक गुणवत्ता, शक्ति या शुद्धता के अनुरूप नहीं पाया जाता है, तो निर्माता को उस बैच के शेष हिस्से को बिक्री से वापस लेना होगा और उस बैच की पहले से की गई सभी बिक्री को यथासंभव वापस बुलाने का निर्देश दिया जाएगा।
सरकार की पहल: सुरक्षित दवाइयाँ
यह कदम ड्रग्स की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण पहल है, जो नागरिकों को सुरक्षित और प्रभावी दवाइयाँ प्रदान करने के लिए निर्धारित किया गया है।
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