Ayurveda Tips for Cholesterol: आजकल की अनियमित जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या आम हो गई है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
आयुर्वेद में कोलेस्ट्रॉल (Ayurveda Tips for Cholesterol) को नियंत्रित करने के लिए कई प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं, जिनका नियमित पालन करने से स्वस्थ जीवन पाया जा सकता है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ
आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियों का उपयोग कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए किया जाता है:
- त्रिफला: यह एक शक्तिशाली हर्बल मिश्रण है जो पाचन तंत्र को सुधारता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
- गुग्गुलु: यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में बहुत प्रभावी है और हृदय को स्वस्थ रखता है।
- अर्जुन की छाल: यह हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मदद करती है।
- मेथी के बीज: इनमें घुलनशील फाइबर होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल अवशोषण को कम करते हैं।
- गिलोय: इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। यह रक्त को शुद्ध करता है और शरीर के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- अश्वगंधा: अश्वगंधा का सेवन भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही यह तनाव को भी कम करता है जो कभी-कभी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है।
यह भी पढ़ें: Oral Health: गुटखा-तंबाकू से दांत हो गए खराब! इन उपायों से करें साफ
खानपान में सुधार
आयुर्वेद में संतुलित आहार कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है:
- फलों और सब्जियों का सेवन: सेब, अनार, गाजर, पालक, और टमाटर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं।
- सूखे मेवे: बादाम, अखरोट, और अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य में मदद करते हैं।
- हल्दी और अदरक: ये प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
- तिल और सरसों का तेल: रिफाइंड तेल की बजाय तिल या सरसों का तेल इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
जीवनशैली में परिवर्तन
स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना आसान हो जाता है:
- योग और प्राणायाम: अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भस्त्रिका प्राणायाम रक्त संचार को सुधारते हैं और कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं।
- व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलना, साइक्लिंग या हल्के योगासन करना लाभदायक होता है।
- तनाव प्रबंधन: ध्यान और योग से तनाव कम किया जा सकता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहता है।
घरेलू नुस्खे
- गुनगुने पानी में नींबू और शहद: सुबह खाली पेट पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।
- लहसुन का सेवन: रोजाना खाली पेट लहसुन की 1-2 कलियां खाने से एलडीएल कम होता है।
- धनिया पानी: एक चम्मच धनिया पाउडर को पानी में उबालकर पीने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
निष्कर्ष
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक उपायों को अपनाना एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, योग, और जड़ी-बूटियों का सेवन करने से हृदय स्वस्थ रहता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।
Discussion about this post