Telangana Doctors Strike: तेलंगाना के जूनियर डॉक्टर्स ने सोमवार, 30 जून 2025 से अनिश्चितकालीन राज्यव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है।
तेलंगाना जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (T-JUDA) ने निदेशक, चिकित्सा शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर अपनी मांगों को दोहराया है। इसमें वजीफे में बढ़ोतरी, समय पर वजीफे की अदायगी, छात्रवृत्ति व फीस रिइम्बर्समेंट, मेडिकल कॉलेजों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और फैकल्टी की भर्ती को लेकर गंभीर चिंताएं जताई गई हैं।
वजीफा तीन महीने से लंबित, ‘ग्रीन चैनल’ की मांग
एसोसिएशन (Telangana Doctors Strike) ने बताया कि पीजी, हाउस सर्जन और विशेष रूप से सीनियर रेजिडेंट्स को पिछले तीन महीनों से वजीफा नहीं मिला है। उन्होंने वित्त विभाग से यह मांग की है कि हर महीने की 10 तारीख तक वजीफे की अदायगी सुनिश्चित करने के लिए एक “ग्रीन चैनल” सिस्टम को लागू किया जाए। इसके लिए एक सरकारी आदेश और वित्त विभाग की अधिसूचना जारी की जाए।
वजीफे में बढ़ोतरी पर अब तक अमल नहीं
एसोसिएशन (Telangana Doctors Strike) ने बताया कि जनवरी 2025 से लागू G.O. Ms.No.59 के तहत संशोधित वजीफे की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है। जूनियर डॉक्टर्स ने मांग की है कि संशोधित वजीफा तुरंत लागू किया जाए और जनवरी से लंबित सभी एरियर का भुगतान किया जाए।
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मेडिकल कॉलेजों की हालत दयनीय
T-JUDA ने कई मेडिकल कॉलेजों में बुनियादी ढांचे की खस्ताहाली की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया कि नागरकुर्नूल और सिद्दिपेट में कॉलेज भवन अभी भी अधूरे हैं या चालू नहीं हुए हैं। वहीं निजामाबाद मेडिकल कॉलेज में पिछले 12 सालों से खेल का मैदान तक नहीं है। पानी, ट्रांसपोर्ट और खेल सुविधाओं जैसी समस्याओं को लेकर एसोसिएशन ने कहा कि इन पर बिना किसी समिति की रिपोर्ट के तत्काल कार्रवाई की जाए।
फैकल्टी की भारी कमी, शिक्षा गुणवत्ता पर असर
एसोसिएशन ने मेडिकल कॉलेजों में क्लिनिकल और पैरा-क्लिनिकल फैकल्टी की भारी कमी को उजागर किया और बताया कि इससे मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने एक वार्षिक फैकल्टी भर्ती कैलेंडर प्रकाशित करने और NMC मानकों के अनुसार भर्ती की मांग की है।
छात्रवृत्ति और फीस रिइम्बर्समेंट की स्थिति खराब
एसोसिएशन ने बताया कि अल्पसंख्यक, एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्तियां या तो आंशिक रूप से दी गई हैं या पूरी तरह से रोक दी गई हैं। इससे छात्रों को अपने प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए जेब से पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। आज तक किसी भी छात्र को उसकी पूरी फीस रिइम्बर्समेंट नहीं मिली है।
Telangana Doctors Strike: नवंबर 2024 से जारी है संघर्ष
T-JUDA ने कहा कि उन्होंने नवंबर 2024 से इन मुद्दों को लेकर कई बार सरकार से लिखित रूप में निवेदन किया है। जून 2025 में स्वास्थ्य मंत्री और निदेशक से दो बार मुलाकात भी की गई, लेकिन समस्याएं अब तक जस की तस बनी हुई हैं।
T-JUDA ने आगे कहा कि तेलंगाना के सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर्स (Telangana Doctors Strike) रीढ़ की हड्डी हैं। ये डॉक्टर 36 घंटे से अधिक की ड्यूटी करते हैं, बिना उचित वजीफे और सुविधाओं के। सरकार की जिम्मेदारी है कि उन्हें सम्मानजनक काम का वातावरण और समय पर भुगतान मिले।
पूरे राज्य में सेवाएं ठप, हड़ताल में सभी वर्ग शामिल
एसोसिएशन ने कहा है कि सभी अंडरग्रेजुएट्स, पोस्टग्रेजुएट्स, हाउस सर्जन्स और सीनियर रेजिडेंट्स इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में भाग लेंगे। ओपीडी, एलेक्टिव सेवाएं और वार्ड ड्यूटी को पूरी तरह से बहिष्कृत किया गया है।
सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग
तेलंगाना जूनियर डॉक्टर्स (Telangana Doctors Strike) एसोसिएशन ने कहा कि हमारी मांगे न्यायोचित हैं और इन्हें टालना डॉक्टरों के मनोबल और सार्वजनिक स्वास्थ्य दोनों के लिए हानिकारक है। हम सरकार से अपील करते हैं कि वह बिना और देर किए सभी मांगों को पूरा करे।
2024 में भी जूनियर डॉक्टर्स (Telangana Doctors Strike) ने इसी प्रकार की मांगों को लेकर 24 जून से हड़ताल की थी, जिसमें राज्य भर के 20 मेडिकल कॉलेजों के 7000 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए थे। उस समय भी “ग्रीन चैनल”, वजीफा बढ़ोतरी और सुपर स्पेशलिटी सीनियर रेजिडेंट्स के मानदेय को लेकर आंदोलन किया गया था।
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