केरल से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मलप्पुरम जिले के वलंचेरी नगर पालिका क्षेत्र में 10 लोगों के HIV पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इन सभी लोगों को एक ही सुई से इंजेक्शन लगाया गया था।
इन 10 व्यक्तियों में तीन देश के अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं, बाकि सात केरल के ही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जांच में पाया कि ये सभी नशीली दवाओं का इंजेक्शन लेते थे। एक ही इंजेक्शन की सिरिंज सभी को लगने के कारण संक्रमित हो गए। फिलहाल पुलिस भी इस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
मामला मलप्पुरम जिले के वलंचेरी नगर पालिका क्षेत्र का है। स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि सभी HIV संक्रमित व्यक्ति नशे के आदी हैं। इनमें से एक व्यक्ति HIV से संक्रमित था। उसी के द्वारा इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन की सिरिंज को नौ अन्य लोगों ने भी नशे के लिए इस्तेमाल किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इनमें से तीन संक्रमित अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक हैं। सभी 10 संक्रमित व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक संक्रमित लोगों में छह मलयाली और तीन प्रवासी मजदूर हैं। सबसे पहले एक व्यक्ति में एचआईवी का पता चला, जिसके बाद केरल एड्स नियंत्रण सोसाइटी ने आगे की जांच की, जिससे और मामलों की पहचान हुई।
वलनचेरी एक ऐसा क्षेत्र है जहां प्रवासी मजदूरों की बड़ी आबादी रहती है। रिपोर्ट के अनुसार वायरस के प्रसार के बारे में उस समय पता चला जब केरल एड्स नियंत्रण सोसाइटी ने टेस्टिंग के दौरान एक व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव पाया।
जनवरी महीने में मिला था पहला मरीज
बता दें कि जनवरी 2025 में केरल एड्स नियंत्रण एसोसिएशन ने वलंचेरी नगर पालिका क्षेत्र में एक HIV मरीज की पुष्टि की थी। इसके बाद, स्वास्थ्य विभाग ने जब आगे जांच की तो पता चला कि संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई सिरिंज का नौ अन्य लोगों ने भी इस्तेमाल किया था। जब इनकी जांच रिपोर्ट आई तो स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया। सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
संक्रमित लोगों के परिवारों की भी होगी जांच
जिला चिकित्सा अधिकारी आर रेणुका ने नशीली दवाओं का सेवन करने वालों में HIV संक्रमण बढ़ने के खतरे की चेतावनी दी। आर रेणुका ने बताया कि वलंचेरी में HIV से पीड़ित 10 लोग नशीली दवाओं का सेवन करते हैं, जिससे उनके परिवारों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग अब विशेष सावधानी बरत रहा है। संक्रमित परिवारों की भी जांच-पड़ताल की जा रही है।
हर महीने दस से ज्यादा लोग HIV से पीड़ित होते है
मलप्पुरम जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ आर रेणुका ने डिस्ट्रिब्यूटर्स द्वारा नीडल के आदान-प्रदान और उनके दोबारा इस्तेमाल की पुष्टि की। राज्य में औसतन हर महीने दस से ज्यादा लोग इंजेक्शन के जरिए नशीली दवाओं के इस्तेमाल के कारण एचआईवी से पीड़ित पाए जाते हैं। नोडल अधिकारी डॉ सी शुबिन के अनुसार 2025 में अब तक मलप्पुरम जिले में दस लोगों में एचआईवी का निदान किया गया है।
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