NMC on BCMET: मेडिकल कॉलेजों के फैकल्टी मेंबर्स को बेसिक कोर्स इन मेडिकल एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी (BCMET) के स्लॉट्स की देरी के कारण समय पर प्रमोशन नहीं मिल पाने की समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इस मुद्दे को संज्ञान में लेते हुए नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने फैकल्टी को बड़ी राहत दी है।
NMC के पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (PGMEB) ने 12 अप्रैल 2025 को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और मेडिकल एजुकेशन निदेशालय को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि यदि कोई फैकल्टी मेंबर BCMET कोर्स को प्रमोशन की नियत तारीख के बाद पूरा करता है और उसका प्रमाण पत्र जमा करता है, तो उसे प्रमोशन उसी मूल तारीख से दिया जाएगा।
क्या है मामला?
मेडिकल कॉलेजों के फैकल्टी सदस्यों ने शिकायत की थी कि BCMET कोर्स के लिए निर्धारित संस्थानों में स्लॉट्स समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा, कोर्स में नामांकन के लिए कोई स्पष्ट नियम या सीनियॉरिटी आधारित प्रक्रिया नहीं अपनाई जा रही है। इस कारण से कई फैकल्टी मेंबर्स को प्रमोशन में अनावश्यक देरी का सामना करना पड़ रहा है।
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PGMEB ने अपने पत्र में कहा कि BCMET कोर्स की स्लॉट्स की उपलब्धता में देरी और नामांकन प्रक्रिया की अस्पष्टता के चलते फैकल्टी का प्रमोशन रुका हुआ है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि कोई फैकल्टी सदस्य BCMET कोर्स को प्रमोशन की नियत तारीख के बाद पूरा करता है, तो प्रमोशन उस निर्धारित तिथि से मान्य होगा।
BCMET कोर्स क्यों है जरूरी?
पूर्ववर्ती मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) ने 1997 की GME रेगुलेशन्स के तहत सभी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल एजुकेशन यूनिट्स (MEUs) की स्थापना अनिवार्य की थी ताकि फैकल्टी को आधुनिक टीचिंग टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण मिल सके। वर्ष 2009 से मेडिकल एजुकेशन टेक्नोलॉजी में बेसिक कोर्स वर्कशॉप्स की शुरुआत की गई थी, जो आज BCMET के रूप में जानी जाती है।
NMC पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि बेसिक कोर्स इन मेडिकल एजुकेशन (BCME), रिवाइज्ड बेसिक कोर्स वर्कशॉप्स (rBCW), और BCMET – सभी को समान स्तर का माना जाएगा।
प्रमोशन से पहले कोर्स जरूरी
हाल ही में NMC ने फिर स्पष्ट किया है कि एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर प्रमोशन के लिए फैकल्टी को BCMET कोर्स पूरा करना आवश्यक है। जहां फैकल्टी की नियुक्ति अंतिम समय पर की गई है, वहां संबंधित राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की सरकार से यह हलफनामा लिया जाएगा कि नियुक्त फैकल्टी अगले शैक्षणिक वर्ष के भीतर BCMET कोर्स पूरा करेगा।
इसके अतिरिक्त, यह प्रशिक्षण वर्ष 2026-27 के लिए लेटर ऑफ परमिशन (LoP) आवेदन से पहले पूरा किया जाना अनिवार्य होगा।
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