Yoga for Cervical: सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस एक आम समस्या बनती जा रही है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल या डेस्क वर्क से जुड़े रहते हैं।
यह स्थिति गर्दन, कंधे और रीढ़ की हड्डी के ऊपरी हिस्से में दर्द, अकड़न और चक्कर जैसी समस्याओं को जन्म देती है। हालांकि दवाएं और फिजियोथेरेपी उपयोगी हो सकते हैं, योगा एक प्राकृतिक, साइड-इफेक्ट-फ्री और दीर्घकालिक समाधान प्रदान करता है।
सर्वाइकल के मुख्य लक्षण (Symptoms of Cervical)
- गर्दन में दर्द और अकड़न
- सिर दर्द (अक्सर पीछे की तरफ)
- कंधे और बाहों में कमजोरी या झनझनाहट
- सिर घुमाने पर दर्द या चक्कर आना
- कंप्यूटर या मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करने पर दर्द बढ़ना
सर्वाइकल होने के कारण (Causes of Cervical)
- लंबे समय तक झुककर बैठना
- गलत पोस्चर
- मोबाइल और लैपटॉप का अत्यधिक प्रयोग
- उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का कमजोर होना
- कोई पुरानी चोट या एक्सीडेंट
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए योग के लाभ
- नियमित योगाभ्यास से गर्दन और कंधे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं जिससे दर्द में राहत मिलती है।
- योगासन शरीर के ऊपरी हिस्से में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं, जिससे सूजन और जकड़न में कमी आती है।
- सर्वाइकल की समस्या केवल शारीरिक नहीं, मानसिक तनाव का भी नतीजा हो सकती है। योग मानसिक संतुलन बनाकर तनाव को कम करता है।
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सर्वाइकल के लिए प्रभावशाली योगासन (Yoga for Cervical)
1. ग्रीवा संचालन (Neck Rotation Exercises)
- धीरे-धीरे गर्दन को दाएं-बाएं घुमाएं, ऊपर-नीचे झुकाएं।
- यह अभ्यास मांसपेशियों को सक्रिय और लचीला बनाता है।
2. भुजंगासन (Cobra Pose)
- पेट के बल लेटकर शरीर को ऊपर उठाएं, कोहनियों को मोड़ते हुए।
- यह रीढ़ की हड्डी को मजबूती देता है और सर्वाइकल पर दबाव कम करता है।
3. मार्जारीआसन (Cat-Cow Pose)
- बिल्लीनुमा मुद्रा में रीढ़ को ऊपर-नीचे मोड़ें।
- गर्दन और रीढ़ की लचीलापन बढ़ाता है।
4. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)
- यह रीढ़ की हड्डी को मोड़ने वाला आसान है जो सर्वाइकल के दर्द को कम करता है।
5. शवासन (Corpse Pose)
- शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़कर मानसिक तनाव से मुक्ति प्राप्त करें।
- यह गहरे आराम का अनुभव देता है और दर्द में राहत दिलाता है।
योग करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- योग को प्रशिक्षित योग विशेषज्ञ की निगरानी में करें, विशेषकर यदि सर्वाइकल की समस्या गंभीर हो।
- कोई भी आसन करते समय दर्द महसूस हो तो तुरंत रोक दें।
- सुबह के समय या खाली पेट योग करना अधिक लाभकारी होता है।
- नियमितता बेहद ज़रूरी है – केवल कुछ दिन योग करने से तुरंत राहत नहीं मिलेगी।
घरेलू उपचार और आयुर्वेदिक तरीके (Home Remedies for Cervical)
- गर्म सिकाई (Hot Compress): गर्म पानी की थैली से गर्दन पर सिकाई करने से रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियों को राहत मिलती है।
- हल्दी वाला दूध: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
- त्रिफला चूर्ण: त्रिफला का सेवन शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है और पाचन भी सुधारता है।
योग और प्राणायाम
- भुजंगासन (Cobra Pose)
- मार्जरी आसन (Cat-Cow Stretch)
- प्राणायाम (अनुलोम-विलोम)
ये आसन गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।
सर्वाइकल से बचाव के उपाय
- कंप्यूटर या मोबाइल इस्तेमाल करते समय पोस्चर सही रखें
- हर 30 मिनट में ब्रेक लें और गर्दन घुमाएं
- गर्दन और पीठ की स्ट्रेचिंग रोज करें
- तकिया ज़्यादा ऊँचा या बहुत नीचे न रखें
- कैल्शियम और विटामिन D युक्त भोजन लें
निष्कर्ष
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए योग एक प्राकृतिक और प्रभावशाली उपाय है जो दर्द, जकड़न और तनाव को दूर करने में मदद करता है। सही तरीके से और नियमित रूप से किए गए योगाभ्यास से न केवल दर्द में राहत मिलती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। अगर आप सर्वाइकल से परेशान हैं, तो आज से ही योग को अपने दिनचर्या में शामिल करें और फर्क महसूस करें।
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