Harit Yoga: कलिंगा स्टेडियम में आज एक भव्य योग महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें 6000 से अधिक योग प्रेमियों ने कॉमन योग प्रोटोकॉल (CYP) का सामूहिक अभ्यास किया।
इस अवसर पर केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव ने ‘हरित योग’ नामक हस्ताक्षर पहल का शुभारंभ किया, जिसके अंतर्गत औषधीय पौधों का रोपण कर पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री जाधव ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में योग ने अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की है और अब यह वैश्विक आंदोलन बन चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी 30 मार्च 2025 को ‘मन की बात’ में फिटनेस के महत्व पर बल दिया और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसी पहलों की सराहना की। इस वर्ष IDY 2025 की थीम ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य हेतु योग’ रखी गई है, जो वैश्विक स्वास्थ्य की ओर भारत की प्रतिबद्धता दर्शाता है।”
हरित योग: योग और पर्यावरण का अनूठा संगम
‘हरित योग’ पहल को IDY 2025 की 10 प्रमुख हस्ताक्षर पहलों में शामिल किया गया है। इसके तहत श्री जाधव व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने औषधीय पौधे रोपित किए और 5000 से अधिक पौधे प्रतिभागियों में वितरित किए गए। मंत्री ने इसे प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से जोड़ते हुए कहा, “जैसे योग हमारे शरीर और मन को पोषण देता है, वैसे ही वृक्षारोपण पृथ्वी को पोषण देता है।”
https://twitter.com/PIB_India/status/1909143588241309912
योग को लेकर ओडिशा की सहभागिता और गौरव
ओडिशा की उपमुख्यमंत्री श्रीमती प्रवती परिदा ने कहा, “योग हमें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। हम भगवान जगन्नाथ की दिव्य ऊर्जा से शक्ति प्राप्त करें और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं।” उन्होंने केंद्र सरकार और आयुष मंत्रालय का आभार व्यक्त किया कि भुवनेश्वर को IDY 2025 के 75वें दिन की काउंटडाउन मेजबानी का अवसर मिला।
पुरी के सांसद डॉ. संबित पात्रा ने योग को भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ बताते हुए कहा, “2014 में भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र के 177 देशों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी, जो प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है।”
यह भी पढ़ें: World Health Day 2025: भारत की जनस्वास्थ्य में प्रगति का परिचय
मंच पर विशेष उपस्थिति और लाइव प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, संयुक्त सचिव मोनालिसा डैश, भुवनेश्वर की महापौर सुश्री सुलोचना दास, और आयुष मंत्री के ओएसडी निशांत मेहरा सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने शिरकत की।
मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के निदेशक डॉ. काशीनाथ समगांडी के नेतृत्व में प्रशिक्षकों ने कॉमन योग प्रोटोकॉल का जीवंत प्रदर्शन किया, जिसे मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लाइव प्रसारित किया गया।
IDY 2025 की 10 प्रमुख हस्ताक्षर पहल
इस वर्ष योग दिवस की गतिविधियाँ निम्नलिखित 10 विशेष आयोजनों के इर्द-गिर्द घूमेंगी:
- योग संगम – 1 लाख स्थानों पर एकसाथ योग अभ्यास
- योग बंधन – 10 देशों में प्रतिष्ठित स्थलों पर योग
- योग पार्क – 1000 योग पार्कों की स्थापना
- योग समावेश – दिव्यांगजन, वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और वंचित वर्गों के लिए योग कार्यक्रम
- योग प्रभाव – योग के जनस्वास्थ्य पर 10 वर्षों का प्रभाव मूल्यांकन
- योग कनेक्ट – वर्चुअल ग्लोबल योग समिट
- हरित योग – वृक्षारोपण और सफाई अभियानों के साथ योग
- योग अनप्लग्ड – युवाओं को योग से जोड़ने का प्रयास
- योग महाकुंभ – 10 स्थानों पर सप्ताहभर का उत्सव, अंत में प्रधानमंत्री द्वारा मुख्य आयोजन
- संयोगम – योग और आधुनिक चिकित्सा का समन्वय
IDY की ऐतिहासिक झलकियां (2015-2024)
- 2015 – दिल्ली में पहली बार 35,985 प्रतिभागी
- 2020-21 – कोरोना काल में वर्चुअल आयोजन, 12 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी
- 2023 – 23.44 करोड़ भागीदारी, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय व ‘ओशन रिंग ऑफ योगा’
- 2024 – श्रीनगर में बारिश के बीच 7000 प्रतिभागी, ISRO वैज्ञानिकों की भागीदारी, यूपी में 25.93 लाख लोगों की शपथ
निष्कर्ष: भुवनेश्वर में आज का योग महोत्सव न केवल एक भव्य आयोजन था, बल्कि यह भारत के ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के दृष्टिकोण को भी मजबूती से प्रस्तुत करता है। योग को जन-जन तक पहुंचाने और पर्यावरण संरक्षण को जोड़ने वाली ‘हरित योग’ जैसी पहलें निश्चित रूप से IDY 2025 को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बनाएंगी।
Discussion about this post