Maca Root Benefits: दुनिया में सबसे ज्यादा शाकाहार का इस्तेमाल हमारे भारत में होता है। यहां फल और सब्जियों की बड़ी मात्रा में पैदावार होती है।
वैसे तो हर कोई ज्यादातर सब्जियों के बारे में जानता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताएंगे जिसका नाम शायद आपने सुना भी ना हो। आलू, प्याज, की तरह ही यह सब्जी जमीन के अंदर उगती है। खास बात यह है कि इसे ना सिर्फ सब्जी के रूप में खाया जाता है, बल्कि इसके पाउडर को आयुर्वेद में बड़ा महत्व दिया गया है।
इस सब्जी को माका (Benefits of Maca Root) कहा जाता है। माका पौधे की जड़ सब्जी के रूप में इस्तेमाल की जाती है। जबकि इसके पत्तों की भी सब्जियां बनाई जाती है। इसकी खेती लगभग 2 हजार सालों से की जा रही है। खास बात यह है कि यह सब्जी लाल, पीले, बैंगनी या काले रंग में पाई जाती है। खासतौर पर यह पौधा ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से विकासित होता है।
विटामिन और खनिज से भरपूर
माका की जड़ भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज से भरपूर होती है। इसमें फैट कम होने की वजह से हर कोई इसे खा सकता है। इसके साथ माका रूट विटामिन-सी, आयरन, कॉपर और फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा इसमें फैटी एसिड और अमीनो एसिड जैसे केमिकल्स होते हैं।
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पौरूष शक्ति बढ़ाने में कारगर
माका की जड़ का सेवन पौरूष शक्ति के लिए बहुत ही कारगर माना गया है। एक स्टडी के मुताबिक, माका की जड़ में मौजूद तत्व शुक्राणुओ की क्वालिटी और क्वांटिटी को बढ़ाता है। इसकी वजह से यौन इच्छाएं बढ़ती हैं।
ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
माका की जड़ को ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। एक स्टडी में माका रूट पाउडर को महिलाओं की रजोनिवृति के वक्त ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में इस्तेमाल किया गया। चीनी महिलाओं पर किए गए एक एक्सपेरिमेंट के अनुसार माका की 3।3 ग्राम खुराक 12 सप्ताह तक दी गई, जिससे उनके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिली।
शारीरिक क्षमता बढ़ाएं
माका की जड़ मांसपेशियों के विकास के साथ आपकी शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक है। सबसे पहले इसका जानवरों पर टेस्ट किया गया और जो रिजल्ट सामने आए उसने सबको चौंका दिया। इस शोध में पाया गया कि माका रूट के सेवन से जानवरों की शारीरिक क्षमता और मांसपेशियों का विकास हुआ है।
सूर्य की किरणों से करे बचाव
सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी त्वचा के लिए बहुत खतरनाक मानी गई हैं। यहां तक कि स्किन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी यूवी रेज की वजह से हो सकता है। इसके बचाव के लिए यदि आप माका की जड़ का रस त्वचा को पर लगाकर बाहर निकलते हैं, तो सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाव किया जा सकता है।
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