NEET UG 2025: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित होने वाली नीट यूजी 2025 परीक्षा में इस बार बड़ा बदलाव किया गया है। नीट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 4 मई 2025 को आयोजित की जाएगी। मेडिकल और डेंटल कोर्सेस (MBBS, BDS) सहित अन्य स्वास्थ्य विज्ञान कार्यक्रमों में दाखिले के लिए यह परीक्षा अनिवार्य है।
इस वर्ष एनटीए ने कोविड काल के दौरान किए गए परीक्षा (NEET UG 2025) पैटर्न में बदलाव कर प्री-कोविड पैटर्न को फिर से लागू करने का फैसला लिया है। अगर आप पहली बार इस परीक्षा में बैठने जा रहे हैं, तो यह बदलाव जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।
NEET UG 2025: अब पूछे जाएंगे 180 अनिवार्य प्रश्न
NTA ने इस वर्ष नीट यूजी 2025 परीक्षा (NEET UG 2025) के लिए पुराने पैटर्न को अपनाया है, जिसमें कुल 180 अनिवार्य प्रश्न होंगे। यह सभी प्रश्न हल करने होंगे। प्रश्नों का वितरण इस प्रकार रहेगा:
- फिजिक्स – 45 प्रश्न
- केमिस्ट्री – 45 प्रश्न
- बायोलॉजी – 90 प्रश्न (बॉटनी और जूलॉजी दोनों मिलाकर)
परीक्षा 4 मई को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक, कुल 180 मिनट (3 घंटे) की अवधि में आयोजित की जाएगी। परीक्षा सिंगल शिफ्ट में होगी।
कोविड-19 में हुआ था बदलाव, अब वापस पुराने प्रारूप पर
कोविड-19 महामारी के दौरान छात्रों को राहत देते हुए एनटीए ने नीट यूजी के पैटर्न में बदलाव किया था। उस समय पेपर में कुल 200 प्रश्न होते थे, लेकिन उम्मीदवारों को केवल 180 प्रश्नों का उत्तर देना होता था।
हर विषय – फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी – को दो भागों में विभाजित किया गया था।
- सेक्शन A: 35 अनिवार्य प्रश्न
- सेक्शन B: 15 वैकल्पिक प्रश्न, जिनमें से केवल 10 का उत्तर देना होता था
अब 2025 से यह छूट समाप्त कर दी गई है और सभी प्रश्न अनिवार्य कर दिए गए हैं।
मार्किंग स्कीम में कोई बदलाव नहीं
NEET UG 2025 की मार्किंग स्कीम पहले जैसी ही रहेगी। कुल परीक्षा 720 अंकों की होगी। अंकन प्रणाली इस प्रकार है:
- सही उत्तर: +4 अंक
- गलत उत्तर: -1 अंक (नेगेटिव मार्किंग)
- कोई उत्तर नहीं या एक से अधिक उत्तर: 0 अंक
यह स्कीम छात्रों को सोच-समझकर उत्तर देने के लिए प्रेरित करती है, क्योंकि गलत उत्तर देने से अंक कट सकते हैं।
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13 भाषाओं में होगी परीक्षा
NEET UG 2025 परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी ताकि देशभर के विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमि के छात्र परीक्षा में शामिल हो सकें। ये भाषाएं हैं: अंग्रेज़ी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू।
छात्र अपने क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा देकर अधिक सहजता से प्रश्नों को समझ पाएंगे।
महत्वपूर्ण सुझाव उम्मीदवारों के लिए
- परीक्षा से पहले नवीनतम पैटर्न के अनुसार मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर जरूर हल करें।
- पिछले वर्षों के प्री-कोविड पेपर को आधार बनाकर तैयारी करें।
- बायोलॉजी में 90 प्रश्नों की संख्या अधिक होने से उसे अतिरिक्त समय दें।
- गलत उत्तरों से बचने के लिए नेगेटिव मार्किंग का ध्यान रखें।
निष्कर्ष
NEET UG 2025 परीक्षा का पैटर्न बदलने से छात्रों की रणनीति में भी बदलाव आना तय है। कोविड काल की छूट अब समाप्त हो चुकी है, ऐसे में छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए पुराने स्वरूप को समझना और अभ्यास करना बेहद जरूरी हो गया है। परीक्षा में सफलता पाने के लिए समय प्रबंधन, सटीक उत्तर और नियमित अभ्यास ही कुंजी है।
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