Ashwagandha Benefits: हमारे धार्मिक ग्रंथ सालों पहले लिखे गए थे। इन्हीं में से एक है आयुर्वेद जिसके अंदर कई ऐसी जड़ी-बूटियों और इलाज के तरीकों का जिक्र है, जिसके आगे आज का विज्ञान भी नतमस्तक हो जाता है। हजारों साल पहले लिखे गए इन ग्रंथों में ऐसी ही एक जड़ीबूटी का जिक्र है, जो कई बीमारियों के रामबाण इलाज के रूप में जानी जाती है।
दरअसल, आज हम बात कर रहे हैं, उस जड़ीबूटी की जिसे अश्वगंधा (Ashwagandha Benefits) के नाम से हम जानते हैं। अश्वगंधा वैसे तो हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं, लेकिन इसका सही इस्तेमाल जानना बेहद जरूरी है। जरूरत से ज्यादा अश्वगंधा का इस्तेमाल हमारे शरीर पर भारी भी पड़ सकता है। ऐसे में इसके इस्तेमाल का सही तरीका पता होना चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको अश्वगंधा का कब, कैसे और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए इसकी जानकारी देंगे।
अश्वगंधा के पोषक तत्व
अश्वगंधा में कई पोषक तत्व होते हैं, जो इसके स्वास्थ्य लाभ में योगदान करते हैं। इसमें मुख्यता: विटामिन्स, मिनरल्स, फाइटोकेमिकल्स, एमिनो एसिड्स, फाइबर, अल्कलॉइड्स और सैपोनिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, लिवर टॉनिक के साथ कई तरह के पोषक तत्व होते हैं।
संजीवनी से कम नहीं अश्वगंधा
कुल मिलाकर देखा जाए तो अश्वगंधा को आप गुणों की खान कह सकते हैं। अश्वगंधा सबसे ज्यादा हमारे शरीर को तरोताजा और बनाए रखने के साथ हमारे दिमागी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा इसे घी या दूध के साथ मिलाकर नियमित सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। रामायण में जिस तरह संजीवनी बूटी का जिक्र किया गया है, उसी तरह अश्वगंधा का जिक्र भी आयुर्वेद के अलावा कई ग्रंथों में है। तो आइये जानते हैं अश्वगंधा के कुछ स्वास्थ्य लाभ…
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कैंसर में फायदेमंद
कई वैज्ञानिक रिसर्च में यह साबित हुआ है कि अश्वगंधा के अंदर कैंसर सेल्स को फैलने से रोकने की ताकत है। दरअसल, यह मरीज के शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीसीज का निर्माण करता है, जो नए कैंसर सेल्स को बनने से रोक देते हैं। अश्वगंधा साथ ही कैंसर सेल्स खत्म करने और कीमोथेरेपी के बाद होने वाले साइड इफेक्ट्स को कम करने में भी मदद करता है। ऐसे में अश्वगंधा को कैंसर मरीजों के लिए असरदार औषधी माना गया है।
इम्यून सिस्टम के लिए वरदान
अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करता है। दरअसल, अश्वगंधा एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसकी वजह से सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां दूर रहती हैं। साथ ही यह खून में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है। अश्वगंधा के सेवन से आपका शरीर कई गंभीर बीमारियों से बचा रहता है।
मानसिक तनाव में लाभदायक
आयुर्वेद में अश्वगंधा को दिमाग से जुड़ी समस्याओं में बेहद लाभदायक माना गया है। एक स्टडी के अनुसार, तनाव को 70 प्रतिशत तक सिर्फ अश्वगंधा के इस्तेमाल से कम किया जा सकता है। अश्वगंधा में कई ऐसे तत्व हैं, जो आपके शरीर और मानसिक संतुलन को ठीक करने में असरदार है। इसके सेवन से अनिद्रा जैसी समस्या भी दूर रहती है। नींद भी अच्छी आती है। अश्वगंधा कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने का काम कर सकता है।
कैसे करें अश्वगंधा का इस्तेमाल
अश्वगंधा का इस्तेमाल करना आसान है। पानी, शहद या घी में मिलाकर अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है। बाजार में मिलने वाले अश्वगंधा चूर्ण के अलावा कैप्सूल, अश्वगंधा चाय और अश्वगंधा का रस भी आसानी से मिल जाता है। आप चाहें इन्हें मार्केट या फिर ऑनलाइन भी आसानी से मंगवा सकते हैं।
अश्वगंधा का सेवन रात में सोने से पहले दूध के साथ करना चाहिए। वैसे इसे खाना खाने के बाद भी लिया जा सकता है। लेकिन अश्वगंधा का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। ताकि आपको कितनी मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करना है, इसका सही से पता चल सके।
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