FAIMA, Helpline no for Doctors: डॉक्टरों को अक्सर धरती पर भगवान का रूप माना जाता है, लेकिन असलियत में वे भी इंसान हैं। लंबे समय तक लगातार शिफ्ट, पेशेंट्स और उनके परिवारों की परेशानियों का असर और नींद-आराम की कमी डॉक्टरों की मेंटल हेल्थ पर गंभीर प्रभाव डालती है।
इस चिंता को ध्यान में रखते हुए फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने देशभर के डॉक्टरों, रेजिडेंट्स और मेडिकल छात्रों के लिए मेंटल हेल्थ हेल्पलाइन शुरू की है।
FAIMA की पहल और इसमें शामिल डॉक्टर
FAIMA की इस पहल में दो प्रमुख डॉक्टर शामिल हैं – नागपुर के डॉ. साजल बंसल (GMCH) और डॉ. अक्षय डोंगारदिवे (IGGMCH)। दोनों ने मिलकर इस हेल्पलाइन की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।
डॉ. बंसल का कहना है कि यह हेल्पलाइन देश के जाने-माने मनोचिकित्सकों के मोबाइल नंबरों के रूप में काम करेगी। डॉक्टर अलग-अलग समय स्लॉट में, दिन के 20 घंटे और पूरे हफ्ते उपलब्ध रहेंगे। किसी भी डॉक्टर या मेडिकल छात्र को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सहायता की जरूरत हो, तो वे सीधे विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।
क्यों जरूरी है डॉक्टरों की मेंटल हेल्थ
- बढ़ती जनसंख्या और अस्पतालों में भीड़ के कारण मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों पर लगातार तनाव और बर्नआउट का दबाव है।
- लंबी-लंबी शिफ्ट और कम आराम का समय मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
- हाल के महीनों में देशभर के कई डॉक्टर और मेडिकल छात्र आत्महत्या जैसी गंभीर घटनाओं का शिकार हुए हैं।
- AIIMS नागपुर के एक MBBS छात्र ने आत्महत्या की।
- गोंदिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज के एक छात्र ने आत्महत्या की कोशिश की।
- जुलाई में मुंबई के जेजे अस्पताल के एक डॉक्टर ने अटल सेतु ब्रिज से कूदने की कोशिश की।
हेल्पलाइन का मुफ्त और गोपनीय रूप
FAIMA मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन में लगभग 50 विशेषज्ञ साइकैटरिस्ट सहयोग कर रहे हैं। यह सेवा मुफ्त उपलब्ध है। डॉक्टरों की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए, हेल्पलाइन में जुड़े विशेषज्ञ सीधे अपना नंबर साझा कर रहे हैं।
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सह-समन्वयक:
- डॉ. जयदीप चौधरी (झारखंड)
- डॉ. साजल बंसल (महाराष्ट्र)
- डॉ. श्रीनाथ (आंध्र प्रदेश)
इस पहल से डॉक्टरों को समय पर मदद मिलेगी। मानसिक स्वास्थ्य एक अधिकार है, लेकिन वर्षों तक डॉक्टरों की मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी की गई है।
सरकारी पहल और समर्थन
लोकसभा में डॉक्टरों की हेल्थ को लेकर सवाल उठाए गए। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की जिम्मेदारी है कि डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा, धमकाने या दुर्व्यवहार के मामलों पर ध्यान दें।
सरकार ने देश में नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम (NMHP) और नेशनल टेली मेंटल हेल्थ प्रोग्राम, Tele MANAS मोबाइल एप्लिकेशन जैसी पहलें शुरू की हैं। इनसे मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, काउंसलिंग और साइको-सोशल इंटरवेंशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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